70 साल के बुजुर्ग ने खो दिए 53 लाख रुपए, सोशल मीडिया पर दोस्ती का खतरनाक खेल

फेसबुक पर दोस्ती से ठगी तक: बुजुर्ग से 53 लाख की धोखाधड़ी, जानिए कैसे हुआ ये सब!

फेसबुक पर दोस्ती से ठगी तक: बुजुर्ग से 53 लाख की धोखाधड़ी, जानिए कैसे हुआ ये सब!

क्या आपको लगता है कि फेसबुक पर दोस्ती करना सुरक्षित है? जबलपुर के 70 वर्षीय मसूद हुसैन खान को एक लड़की ने सोशल मीडिया पर दोस्ती के नाम पर 53 लाख रुपए का चूना लगा दिया। यह घटना हमारे सभी को सतर्क रहने की सख्त जरूरत बताती है। जानिए इस ठगी की दिलचस्प और डरावनी कहानी।


सोशल मीडिया पर दोस्ती से ठगी तक: एक हैरान करने वाली शुरुआत


क्या आपने कभी सोचा था कि एक दोस्ती आपको लाखों का नुकसान पहुंचा सकती है? जबलपुर के 70 वर्षीय मसूद हुसैन खान को फेसबुक पर एक लड़की, सोनम यादव, से दोस्ती करना भारी पड़ा। उसने खुद को लंदन का निवासी बताकर दावा किया कि वह मसूद से मिलने इंडिया आ रही है। बस फिर क्या था, एक सरल बातचीत और कुछ झूठे वादों ने इस दोस्ती को ठगी के खेल में बदल दिया।


दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसा सोना – क्या था असली जाल?


सोनम ने कहा कि वह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच चुकी है, लेकिन उसके पास मौजूद सोना कस्टम में फंसा हुआ है। वह कहती है कि उसे कस्टम से छुड़ाने के लिए पैसे देने होंगे। यह सुनकर मसूद ने उसे मदद देने का फैसला किया और पैसे भेजने शुरू कर दिए। क्या यह सच था? बिलकुल नहीं! यह सिर्फ एक बहाना था, लेकिन मसूद के दिल में सच्चाई का भ्रम था।


दोस्ती की आड़ में शुरू हुआ पैसे की मांग का सिलसिला


पैसे भेजने के बाद सोनम का नया ड्रामा शुरू हो गया। अब वह अपने भाई और दोस्तों को कस्टम में फंसा हुआ बताने लगी और फिर से पैसे मांगे। एक बार फिर से उसने खुद को प्रिय दोस्त, दुखी लड़की के रूप में पेश किया। इसके बाद, धमकी देने की बारी आई। सोनम और उसका साथी राहुल ने मसूद से कहा कि वे उन्हें फंसाने के लिए सीबीआई और ईडी को सूचना देंगे। डर और उलझन में फंसा मसूद बिना कुछ सोचे पैसे भेजता चला गया।


53 लाख का सपना और सच्चाई का खुलासा


मसूद ने अब तक 29 बार में 53 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए थे, लेकिन फिर एक दिन सब कुछ बदल गया। अचानक सोनम का मोबाइल बंद हो गया। यह देख मसूद को एहसास हुआ कि वह एक बड़े जाल में फंस चुके हैं। उन्होंने तुरंत साइबर सेल और एसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई।


साइबर सेल की कड़ी जांच और ठगों का पर्दाफाश


अब जबलपुर पुलिस और साइबर सेल ठगों के ट्रैक पर हैं। अतिरिक्त एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि जिन खातों में पैसे भेजे गए हैं, उनकी डिटेल्स खंगाली जा रही हैं। जालसाजों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।


सोशल मीडिया पर सतर्कता और जागरूकता की जरूरत


यह घटना साबित करती है कि सोशल मीडिया पर दोस्ती और रिश्ते बनाने के नाम पर जालसाजी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हम सभी को यह समझने की जरूरत है कि अनजाने लोगों पर भरोसा करना कितना खतरनाक हो सकता है। बुजुर्गों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है। हमें सोशल मीडिया के दायरे में रहते हुए अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने में बहुत सतर्क रहना चाहिए।


Updates and Public Reaction:


इस मामले पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं। बुजुर्गों को सोशल मीडिया से जुड़ने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। साथ ही, लोग सरकार और पुलिस से मांग कर रहे हैं कि ऐसे धोखेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।



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क्या आपने कभी सोशल मीडिया पर किसी अजनबी से दोस्ती की है? क्या आपको लगता है कि ऐसी ठगी बढ़ रही है? अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें। इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि लोग भी ऐसे धोखेबाजों से सतर्क रहें!


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