रास महोत्सव में दर्दनाक घटना: महिला से दरिंदगी, 5 आरोपी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

असम के रास महोत्सव में दिल दहला देने वाली घटना: महिला से गैंगरेप, 5 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस की सोशल मीडिया यूजर्स को सख्त चेतावनी

असम के रास महोत्सव में महिला से गैंगरेप की घटना ने देश को झकझोर दिया है। 5 आरोपी गिरफ्तार। पुलिस ने वीडियो शेयर करने वालों पर सख्त कार्रवाई की


असम के प्रसिद्ध रास महोत्सव के दौरान हुआ जघन्य अपराध

असम के रास महोत्सव, जिसे भगवान कृष्ण की पूजा के लिए मनाया जाता है, के दौरान एक महिला से गैंगरेप की घटना सामने आई है। यह घटना एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर के पास हुई, जहां हजारों श्रद्धालु त्योहार के लिए इकट्ठा होते हैं। इस दर्दनाक घटना ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।


पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इंडियन एक्सप्रेस और हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह इलाका लंबे समय से शराब और नशीली दवाओं का गढ़ बना हुआ है, जिसकी शिकायतें स्थानीय लोगों ने कई बार की थीं।


पुलिस की चेतावनी: वीडियो शेयर करना होगा अपराध


गुवाहाटी पुलिस ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की संभावना को देखते हुए सख्त चेतावनी जारी की है। डीसीपी ने कहा है कि यदि कोई भी व्यक्ति घटना से जुड़ा वीडियो शेयर करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसे "अपराध में शामिल होने जैसा" बताया है।


NDTV और द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखनी शुरू कर दी है। डीसीपी ने जनता से अपील करते हुए कहा, "वीडियो शेयर करना पीड़िता के अधिकारों और गरिमा का उल्लंघन है। ऐसा करने वालों पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"


स्थानीय लोगों का क्या कहना है?


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि बोरगांव इलाके के स्थानीय लोगों ने मंदिर और उसके आसपास के इलाकों को लंबे समय से असामाजिक गतिविधियों का केंद्र बताया है। स्थानीय महिलाओं ने कहा, "हमने कई बार पुलिस को इन गतिविधियों के बारे में सूचित किया था, लेकिन अगर समय पर कार्रवाई की जाती, तो शायद यह घटना न होती।"


क्या है रास महोत्सव?


रास महोत्सव असम का प्रमुख धार्मिक त्योहार है, जो भगवान कृष्ण की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह हर साल नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में आयोजित होता है। इस त्योहार में हजारों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। लेकिन इस साल इस घटना ने न केवल त्योहार की पवित्रता को ठेस पहुंचाई है, बल्कि सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



देशभर में बढ़ा आक्रोश


इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। एनडीटीवी और ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट्स के अनुसार, लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए सख्त कदम उठाने की मांग की है।

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