क्या EVM से मतदान सही है? बैलेट पेपर की वापसी की मांग क्यों उठ रही है?
EVM पर सवाल: क्या बैलेट पेपर बेहतर विकल्प है?
महाराष्ट्र के मर्कड़ वाड़ी गांव में चुनाव प्रक्रिया को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।
ग्रामीणों ने EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। उनका दावा है कि उनके वोट सही उम्मीदवारों को नहीं गए। इसके विरोध में लोगों ने बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग की, लेकिन पुलिस ने इसे गैरकानूनी प्रदर्शन मानते हुए 200 से अधिक ग्रामीणों पर केस दर्ज किया।
EVM विवाद: कोई नई बात नहीं?
यह घटना कोई नई नहीं है। देशभर में समय-समय पर EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहे हैं। विपक्षी दल, खासकर कांग्रेस, EVM के बजाय बैलेट पेपर की वापसी की वकालत करते हैं। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने इस मामले पर कहा कि ग्रामीणों का गुस्सा लोकतंत्र की असली आवाज है, जिसे दबाया नहीं जाना चाहिए।
चुनाव आयोग का भरोसा EVM पर
हालांकि, चुनाव आयोग EVM को पारदर्शी और भरोसेमंद बताता है। यह मशीनें न सिर्फ तेज़ हैं बल्कि मतगणना में मानवीय भूल की संभावना भी कम करती हैं। लेकिन विरोधियों का कहना है कि बैलेट पेपर से वोटिंग ज्यादा पारदर्शी है क्योंकि इसे सीधे देखा और जांचा जा सकता है।
भविष्य की दिशा: तकनीक या परंपरा?
तो सवाल उठता है: क्या EVM हमारे लोकतंत्र के लिए सही तकनीक है, या हमें पारंपरिक बैलेट पेपर की ओर लौटना चाहिए? यह बहस हर चुनाव के साथ और तीखी हो रही है। आपकी राय क्या है?
1. "EVM बनाम बैलेट पेपर: लोकतंत्र की विश्वसनीयता पर बड़ी बहस!"
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