साउथ फिल्मों की सफलता और बॉलीवुड की चुनौतियों पर आर माधवन ने रखी बेबाक राय। जानिए पुरी खबर
साउथ बनाम बॉलीवुड: आर माधवन ने बताई बड़ी वजह, क्यों छा रही हैं साउथ की फिल्में?
साउथ फिल्मों का बढ़ता क्रेज
भारतीय बॉक्स ऑफिस पर साउथ फिल्म इंडस्ट्री का डंका बज रहा है। चाहे पुष्पा 2 जैसी बड़े बजट की फिल्में हों या मार्को जैसी छोटे बजट की, ये न केवल बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही हैं, बल्कि हिंदी बेल्ट में भी दर्शकों के दिल जीत रही हैं। इस बीच, अभिनेता आर माधवन ने साउथ और बॉलीवुड फिल्मों के बीच की बहस पर अपनी बेबाक राय रखी है।
आर माधवन का नजरिया
आर माधवन, जो तमिल और हिंदी दोनों सिनेमा में सक्रिय हैं, ने हाल ही में News18 Showsha को दिए इंटरव्यू में बॉलीवुड और साउथ फिल्मों के बीच के अंतर पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “अगर आप पिछले दो-तीन सालों में आई हाई-बजट हिंदी फिल्मों को देखें, तो वे काफी हद तक ‘एलीटिस्ट’ रही हैं। ये फिल्में ज्यादातर जो ingoism, patriotism या ग्लोबल मुद्दों पर आधारित रही हैं।”
वहीं, उन्होंने साउथ फिल्मों की तारीफ करते हुए कहा, “साउथ की बड़ी फिल्में जैसे बाहुबली, आरआरआर और पुष्पा अपनी जड़ों से जुड़ी होती हैं। ये छोटे शहरों और वहां की कहानियों पर फोकस करती हैं। इन फिल्मों में किरदारों और कहानी को दमदार तरीके से पेश किया जाता है, जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ता है।”
हिंदी सिनेमा में बदलाव की जरूरत
हालांकि माधवन ने हिंदी सिनेमा की प्रतिभाओं की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि यहां टैलेंट की कोई कमी नहीं है, लेकिन स्टोरीटेलिंग और फिल्मों की गति में सुधार की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि साउथ सिनेमा की सफलता के बीच कभी न कभी एक बड़ी फिल्म फ्लॉप होगी, जो सच्चाई है।
मलयालम सिनेमा की अलग पहचान
मलयालम फिल्मों की बात करते हुए माधवन ने कहा कि ये बजट से ज्यादा कंटेंट, किरदार और परफॉर्मेंस पर ध्यान देती हैं। यही वजह है कि दर्शक इन्हें इतना पसंद करते हैं।
क्या लौटेंगे 'तनु वेड्स मनु 3' में?
फिलहाल आर माधवन की चर्चा उनकी संभावित वापसी को लेकर हो रही है। तनु वेड्स मनु 3 के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि आनंद एल राय क्या प्लान कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार नहीं किया कि उन्हें कंगना रनौत के साथ रिप्लेस किया जा सकता है।