मल्लिकार्जुन खरगे ने गंगा में डुबकी पर उठाए सवाल, बोले- क्या गरीबी खत्म हो जाती है?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गंगा में डुबकी लगाने के सवाल पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने गरीबी और पेट भरने को लेकर एक अहम सवाल उठाया, जिससे राजनीति में हलचल मच गई।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल ही में गंगा में डुबकी लगाने पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म हो जाती है? क्या इससे किसी का पेट भर जाता है? खरगे ने स्पष्ट किया कि वह किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, लेकिन अगर उनकी टिप्पणी से किसी को बुरा लगा हो, तो वह माफी मांगते हैं।
यह बयान उस समय आया, जब कई राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने गंगा नदी में स्नान करने को एक धार्मिक कर्तव्य माना है। खरगे का यह बयान राजनीतिक हलकों में विवाद का कारण बना है। उनका कहना था कि हमें केवल धार्मिक कृत्यों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि गरीबी, भुखमरी और देश की प्रगति पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इस बयान को लेकर कांग्रेस में भी प्रतिक्रिया आई है, कुछ नेता इसे सिर्फ एक व्यक्तिगत राय मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे एक बड़ा मुद्दा मानते हैं। खरगे की यह टिप्पणी उन घटनाओं के बाद आई है, जहां कई राजनेता गंगा स्नान को राजनीतिक लाभ के रूप में दिखाते हैं।