झारखंड विधानसभा में महिला पर आपत्तिजनक टिप्पणी, JMM विधायक के बयान पर मचा बवाल
हेमहिला विधायक पर गलत टिप्पणी! झारखंड विधानसभा में JMM विधायक के बयान ने बढ़ाई गर्मी
क्या हमारी राजनीति में अब शालीनता और सम्मान की जगह खत्म हो रही है? झारखंड विधानसभा का हालिया मामला इसी पर सवाल खड़ा करता है। जेएमएम विधायक हेमलाल मुर्मु के एक बयान ने विधानसभा में बवाल मचा दिया। महिला विधायकों ने इसे अपमानजनक बताते हुए सख्त ऐतराज जताया है। क्या अब सदन भी मर्यादा से दूर होता जा रहा है?
1. मामला क्या है?
झारखंड विधानसभा का माहौल उस समय गर्म हो गया, जब जेएमएम के विधायक हेमलाल मुर्मु ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, "…में हल्दी लगा बावर्ची बनना बंद करें।" यह टिप्पणी सुनते ही बीजेपी की महिला विधायक डॉ. नीरा यादव ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने इसे महिलाओं का अपमान बताते हुए कहा, "हम यहां जनता की आवाज उठाने आए हैं, न कि ऐसी अशोभनीय बातें सुनने के लिए।"
महिला विधायकों ने मांग की कि हेमलाल मुर्मु सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। डॉ. नीरा ने कहा, "हम 12 महिला विधायक हैं और सब स्वाभिमान के साथ जीना चाहती हैं। ऐसी टिप्पणियां न केवल सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि यह हर महिला का अपमान है।"
2. सदन की गरिमा पर सवाल
यह सिर्फ एक बयान का मामला नहीं है। यह सवाल है राजनीति में शालीनता की उस सीमा का, जो हर दिन कहीं खोती नजर आ रही है। क्या जनता ने अपने नेताओं को ऐसे बर्ताव के लिए चुना है? सदन एक ऐसा मंच है जहां नीतियों और विकास की बात होनी चाहिए, लेकिन अब वहां भी असंवेदनशील टिप्पणियों की गूंज सुनाई देती है।
ऐसे मामलों से न केवल महिला विधायकों का मनोबल गिरता है, बल्कि यह पूरे सदन की छवि को भी धूमिल करता है।
3. माफी की मांग और आगे की राह
इस मामले में विपक्ष ने विधायक से माफी की मांग की है। सवाल यह भी है कि क्या ऐसी घटनाओं के लिए सख्त नियम नहीं होने चाहिए? अगर हम राजनीति में बदलाव चाहते हैं, तो नेताओं को अपनी भाषा और व्यवहार पर नियंत्रण रखना होगा।