मध्यप्रदेश के ग्वालियर में मामा-भांजी की अनोखी प्रेम कहानी: प्यार के लिए भागे प्रयागराज, परिवार ने कराई शादी
मामा-भांजी की शादी: प्यार की जीत या समाज का दाग?
प्यार की चिंगारी: अफेयर ने मचाया बवाल
ग्वालियर की सड़कों पर एक कहानी गूंज रही है—अवनीश कुशवाह और उनकी भांजी पूजा कुशवाह की। इनका प्यार कोई छिपी बात नहीं थी। महीनों से दोनों एक-दूसरे के करीब आते गए, मगर जब परिवार को खबर लगी, तो तूफान खड़ा हो गया। “ये रिश्ता कलंक है,” कहकर माता-पिता ने आंखें तरेरीं, समझाइश दी, पर प्यार के आगे सब बेकार।
भागकर लिखी इबादत: प्रयागराज बना ठिकाना
रोक-टोक से तंग आकर एक दिन अवनीश और पूजा ने बैग उठाया और ग्वालियर से प्रयागराज की राह पकड़ ली। परिवार ने पुलिस के दरवाजे खटखटाए, और आखिरकार दोनों पकड़े गए। घर लौटे, तो लगा सब खत्म, मगर कहानी में ट्विस्ट बाकी था।
परिवार का झुका सिर: शादी ने बदली तस्वीर
पुलिस की दखल के बाद परिवार के पास दो रास्ते थे—इनकार या इकरार। दोनों की जिद और प्यार देखकर घरवालों ने हथियार डाल दिए। मंडप सजा, मालाएं पहनाई गईं, और मामा-भांजी अब पति-पत्नी बन गए। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है—कोई तारीफ कर रहा है, तो कोई नाक भौं सिकोड़ रहा है।
धर्म का ढोंग: शर्मिंदगी किसे कहें?
अब सवाल ये उठता है—जो लोग दूसरों को संस्कार सिखाते हैं, उंगलियां उठाते हैं, वो खुद क्या कर रहे हैं? अपनी सगी भांजी से शादी करना क्या पवित्रता है? धर्म का नकाब पहनकर ऐसा दोहरापन क्यों? ये बात हर दिल में कचोट रही है।
प्यार या पाप: आपकी राय क्या?
कानून कहता है—दोनों बालिग हैं, फैसला उनका। मगर समाज अब भी बंटा हुआ है। क्या ये प्यार का जश्न है या परंपरा पर थप्पड़? ग्वालियर की ये जोड़ी अब चर्चा का केंद्र है। आप इस अनोखे बंधन को क्या नाम देंगे? बोलिए!
Hi